dhanteras
कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन से अमृत कलश लेकर आये । इस कारण इस दिन धनतेरस के रूप में मनाया जाता है ।
धनतेरस से लाभ
लोगो का मानना है कि धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर आये थे इस दिन बर्तन खरीदने की परम्परा है । कहा जाता है कि इस दिन कोई वस्तु खरीदने पर तेरह गुना हो जाती है बहुत से लोग इस दिन धनिया के बीज खरीद कर भी रखते हैं दीपावली के बाद इन बीजों को अपने खेतों में बोते है उनका मानना है कि इससे अच्छी पैदावार मिलती है ।
वास्तविकता में धनतेरस से लाभ
अगर देखा जाए तो वास्तव में यह एक अंधविश्वास से ज्यादा कुछ नही है इस दिन कोई वस्तु खरीदने से उसकी कीमत तेरह गुना हो जाये ये बकवास है ।
इस दिन भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर आये तो क्या इस दिन धनतेरस मनाने से उनको अमृत मिल जाएगा ?
उदाहरण के तौर पर देखे जैसे किसी व्यक्ति ने कहि पर भट्टी बनाकर वहां हलवा बनाया और खाया । उसी स्थान पर या उसी के दिन कोई व्यक्ति जाकर वहाँ उसका गुणगान करे कि यहाँ हलवा बना था ऐसे बना था ये ये किया था तो इससे उसे हलवा तो नही मिल जाएगा ।
हलवा प्राप्त करने के लिए तो उसे भी वही कर्म करने होंगे जो उसने किये।
सतभक्ति से लाभ
सन्त रामपाल जी महाराज एक मात्र सन्त है 21 ब्रह्मण्ड जो शास्त्रों में वर्णित सतभक्ति बता रहे हैं जिससे उनके अनुयायियों को अद्वितीय आध्यात्मिक लाभ प्राप्त हो रहे हैं सभी सद्ग्रन्थों गीता, वेद ,पुराण, बाइबिल, कुरान आदि में वर्णित एक परमेश्वर की भक्ति का सच्चा मार्ग सन्त रामपाल जी बता रहे हैं ।अधिक जानकारी के लिए देखे साधना चैनल
शाम 7:30 बजे से 8:30 बजे तक
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